‘‘इस ग्रामीण परिवेश की शिक्षण संस्था के बारे में सुना था। आज देखकर मन को प्रसन्नता व गौरव का अहसास हुआ। आर्थिक अभाव के बावजूद
शैक्षणिक उन्नयन के लिए प्रयत्नशील है। खेलों में न केवल राज्य बल्कि राष्ट्र की थाती रखती है। इस संस्थान के भविष्य की मंगल कामनाऐं।’’
प्रोफेसर भगीरथ सिंह, कुलपति, महर्षि दयानन्द सरस्वती विद्यालय,अजमेर (राज.)
‘‘समर्पित हाथ और समर्पित मनों को देखने का अवसर मिला। वीर तेजाजी की पवित्र भूमि में शिक्षा की गंगोत्री बहाने का अद्भुत प्रयास किया जा रहा है। सबसे संतोष की बात यह है कि, यहां विद्यार्थी केवल ज्ञानार्जन ही नहीं करेंगें परन्तु स्वावलम्बन और सेवाभाव भी अपने साथ लेकर जायेंगें। संस्थान को अनेक शुभकामनाऐं।’’
भास्कर ए. सावंत, आयुक्त, सर्व शिक्षा अभियान, राजस्थान।
‘‘वीर तेजाजी प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान में आकर मरूभूमि में उपवन का अहसास हुआ। राजस्थान के इस भाग में महिला शिक्षा के प्रोत्साहन का पावन कार्य यह संस्था समर्पित भाव से कर रही है। कार्यकर्ताओं व प्रबंधकर्ताओं के समर्पण को देख कर लगता है कि संस्था अपने उद्देश्य को बखूबी पूरा करेगी और सभी सपने साकार होंगें।’’
Rekha Govil, Professor & Dean Abay Institute of Mathematics & Applied Computer Technology, Banasthali, Vidyapith (Raj.) 304022
‘‘संस्थान का परिवेश, अध्ययन व खेल बहुत ही उपयुक्त लगा। यहाँ पर छात्राओं को गुणात्मक शिक्षा के लिए जो नवाचार अपनाये जा रहे हैं, वह वास्तव में प्रशंसनीय है। संस्थान का सम्पूर्ण स्टाॅफ एक परिवार की तरह लगन व मेहनत से इसके चहुँमुखी विकास के लिए प्रयत्नशील है। मैं संस्थान के उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हूँ।
सुश्री गायत्री विजय, उपनिदेशक प्रारम्भिक शिक्षा, अजमेर।
‘‘आज वीर तेजा महिला शिक्षण व शोध संस्थान में आने का सुअवसर मिला। ग्रामीण क्षेत्रों में इस प्रकार के उत्कृष्ट संस्थान बहुत कम देखने को मिलते हैं।
संस्था का प्रबंधन उत्तम, इससे उत्तम विद्यार्थियों का अनुशासन व उनके संस्कार। मैं इस संस्थान के और अधिक उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।’’
महावीर सिंह IAS
‘‘नागौर जिले में वीर तेजा शोध शिक्षण संस्थान महिलाओं के अध्ययन का केन्द्र अनूठा है। जिसमें महिलाओं को शिक्षा के साथ-साथ तकनीक आध्यात्मिक एवं शारीरिक विकास की जो शिक्षा दी जा रही है। वह समाज एवं देश के लिए ऐसी पीढ़ी तैयार की जा रही है। जो महिला विकास में महत्वपूर्ण भागीदारी निभायेगी। मैं संस्थान के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।
डाॅ. जुगल किशोर दाधीच, सहायक आचार्य, महिला एवं शान्ति विभाग, जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय, लाडनूँ
‘‘वीर तेजा महिला शिक्षण एवं शोध संस्थान तेजास्थली, मारवाड़ मूण्डवा - इस संस्थान का कार्य एवं बच्चियों की एक्टिवटी देखकर बहुत प्रसन्नता से मन हर्षित हुआ। प्रशासक केसकर मैडम एवं प्रिसीपल व टीचर्स के साथ चर्चा करने से पता चलता है कि संस्थाका कार्य अत्यन्त श्रेष्ठ है। संस्था की उत्तरोतर प्रगति देखकर लगता है कि संस्था अपना नाम पूरे भारतवर्ष में उजागर करेगी। ऐसी मंगल कामना करता हूँ।
राजकुमार कान्तीलाल लोढ़ा, म.सं. 18,सुखसागर नगर, पार्ट - 2, खंडोबा, मन्दिर के पास, पूना (महाराष्ट्र) 4011046
‘‘कम समय अवधि में अपेक्षतया द्रुत विकास सम्पन्न किया संस्थान ने। मैं विद्यालय प्राचार्य श्री जंवरीलालजी शर्मा साहब की विशेष योग्यता एवं उनकी अनुपम भाषा दक्षता तथा कार्य कुशलता का अतिशय प्रभाव मेरे मानस पटल पर अंकित हुआ। इस विशेषज्ञता के लिए उनको साधुवाद। संस्थान के उत्तरोतर विकास एवं समृद्धि की दिल से कामना करता हूँ। परम श्रद्धेया महामना केसकर मैडम की इस वृद्धा अवस्था में भी सक्रिय सान्निध्य इस संस्थान को प्राप्त है। उनको में संस्थान कीस्थायी सम्पति मानता हूँं। उन्हें मेरा प्रणाम।
महेन्द्रदान देथा पुत्र पद्मश्री विजयदान देथा, श्रीसबल महिला शिक्षण संस्थान, बोरून्दा, जोधपुर।
"The Institution is doing a great service to the society in general and women in particular. It had become a milestone in the Nagaur District by
encouraging girls academic & vocational education."
Nidi Choudhary, IAS, Shri Krishna Kunj, Nagaur Road, Near Gaytri Mandir, Didwana - 341303
:I came to Veer Teja Institution found it very good Teachers and Administration is committed for development of the institution, the students have lot
of potential to excel. My best wishes to all.
Ashok Kumar Gadiya, Chairman Mewar university, Choudhary Mewar University, Chittorgarh (Raj.)
‘‘मारवाड़ मूण्डवा जैसे कम संसाधन वाले क्षेत्र में वीर तेजाजी की स्थली के शिक्षण संस्थान में छात्राओं की शिक्षा के लिये जो प्रयास किया जा रहा है, वह प्रशंसनीय है। संस्थान के पास बहुमूल्य भूमि है जो छात्राओं को प्रकृति के साथ अध्ययन का अवसर देगा। अच्छे अध्यापकों को अवसर देकर क्षेत्र की छात्राओं को राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लाया जा सकता है।
डाॅ. एन.के. चतुर्वेदी, इतिहास विभाग, जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर